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युवा संस्कृति एवं सामाजिक अन्तर्द्वन्द्व एक समाजशास्त्रीय विश्लेषण / Youth Culture and Social Conflict (Yuva Sanskriti evam Samajik Antardvand)

            युवा संस्कृति एवं सामाजिक अन्तर्द्वन्द्व  Youth Culture and Social Conflict सारांश- किसी समाज या राष्ट्र के युवा उस समाज या राष्ट्र के नव निर्माण में  अपना अक्षुण्य योगदान देते हैं। हमारा भारत वर्ष दुनियाँ के अन्य देशों की तुलना में एक युवा देश है। देश में 34 फीसदी जनसंख्या युवाओं की है, इतिहास साक्षी है कि राष्ट्र की भाग्य लिपियों को युवाओं ने ही अपने रक्त की स्याही से लिखा है। लेकिन आज राष्ट्र की संस्कृति निरंतर तेजी से परिवर्तित होती जा रही है क्योंकि युवा वर्ग अपनी परम्परागत जीवन शैली, विचारों को त्याग कर, अपनी एक नवीन जीवन शैली (संस्कृति) बनाने के लिए अग्रसर है। जिससे भारतीय संस्कृति संक्रमण काल की दौर से गुजर रही है। युवा संस्कृति ने युवाओं में एक नवीन जीवन का सूत्रपात किया है लेकिन वहीं दूसरी तरफ युवावर्ग में सामाजिक अन्तर्द्वन्द की भावना को भी जन्म दिया है। युवावस्था कोई अवधारणा या सिद्धांत नहीं बल्कि यह मनुष्य के जीवन की एक सतत् प्रक्रिया का घटक व बाल्यावस्था और प्रौढ़ावस्था के बीच की संक्रमण कालीन अवस्था है। ’यु...